कैंडलस्टिक पैटर्न सीखने के लिए फ्री PDF
(Candlestick Patterns in Hindi)
कैंडलेस्टिक पैटर्न क्या होता है – Candlestick Patterns in Hindi?
Candlestick Patterns को समझने से पहले आपको यह समझना होगा कि आखिर Candlestick होता क्या है तो जानकारी के लिए बता दे की कैंडलेस्टिक एक तरीका होता है किसी भी एसेट की कीमत में होने वाली मूवमेंट को दर्शाने का, अर्थात इसके द्वारा किसी भी एसेट की कीमत में होने वाली मूवमेंट की जानकारी को दर्शाया जाता है। वही बात की जाए कैंडलेस्टिक चार्ट की तो यह एसेट की प्राइस में होने वाले मूवमेंट की टेक्निकल एनालिसिस का महत्वपूर्ण भाग होता है जो ट्रेडर्स को तेजी से मूवमेंट की जानकारी देने की क्षमता रखता है।
एक कैंडलेस्टिक चार्ट के मुख्य रूप से तीन सामान्य फीचर होते है, जो Body, Wick और कलर होते है। इसमे बॉडी Open to close रेंज को दर्शाती है, Wick – High और Low को दर्शाता है तो वही कलर मार्केट मूवमेंट की डायरेक्शन को दिखाता है जिसमें ग्रीन या सफेद कीमत के बढ़ाने को दर्शाता है तो वहीं दूसरी तरफ रेड कीमत के घटने को दर्शाता है।
मान लीजिये बाज़ार खुलने पर कोई शेयर 50 रुपये पर Open होता है और 40 रुपये का Low लगाता है तथा 90 रुपये का High लगाता है और 80 रुपये पर Close हो जाता है तो उसका कैंडल इस प्रकार बनेगा |
इसका मतलब किसी भी कैंडल का बनना Open, Close, Low और High पर निर्भर करता है |
Open और Close के बीच की जगह को कैंडल की Body कहा जाता है |
Close से High के बीच की जगह को Upper shadow या wick कहते हैं | ठीक उसी प्रकार Open से Low के बीच की जगह को Lower shadow या wick कहते हैं |
कैंडलेस्टिक पैटर्न पता होना क्यों जरूरी है
ऐसे काफी सारे ट्रेडर होते हैं जो कैंडलेस्टिक पेटर्न या फिर किसी भी प्रकार के पैटर्न की महत्वता को अनदेखा कर देते हैं क्योंकि उनका मानना होता है कि बाजार किसी के अनुसार नहीं चलता परंतु सच यह है कि पैटर्न की जानकारी होने से काफी कुछ आसान हो जाता है और सही अपॉर्चुनिटी ढूंढना पैटर्न की जानकारी न होने के मुकाबले काफी आसान हो जाता है। यानी की जो ट्रेंड पैटर्न की जानकारी रखेगा वह सामान्य तौर पर पैटर्न की जानकारी नहीं रखने वाले ट्रेड के मुकाबले अधिक अपॉर्चुनिटी ढूंढ पाएगा।
मार्केट में होने वाले अप एंड डाउन मूवमेंट्स यानी कि एसेट की कीमतों के घटने बढ़ने से कैंडलेस्टिक पैटर्न बनते है। कई बार प्राइस मूवमेंट काफी रेंडम हो सकते हैं परंतु अधिकतर यह पैटर्न फॉर्म करते हैं जिन्हें ट्रेडर एनालिसिस और ट्रेडिंग के उद्देश्य से इस्तेमाल करते हैं।
यह पैटर्न बुलिश और बेयरिश की दो कैटेगरी में बांटे जाते हैं जिसमें बुलिश पैटर्न यह इंडिकेट करता है की प्राइस बढ़ने को है तो वहीं दूसरी तरफ बेयरिश पैटर्न यह इंडिकेट करता है कि प्राइज घटने को है।
6 सबसे मुख्य बुलिश कैंडिस्टिक पैटर्न
मार्केट में आने वाले एक डाउन ट्रेंड के बाद एक बुलिश पैटर्न फॉर्म होने की संभावनाएं रहती है जो एक सिग्नल हो सकते हैं प्राइज मूवमेंट के रीवर्सल के लिए। बुलिश पैटर्न एक इंडिकेटर का काम करते हैं ट्रेडर्स को प्रॉफिट तक एक लॉन्ग पोजीशन ओपन करने के लिए अर्थात बुलिश पैटर्न में किसी अपवर्ड ट्रांजैक्ट्री से प्रॉफ़िट तक की लॉन्ग पोजीशन ट्रैडर ओपन कर सकता है। अगर आप बुलिश पैटर्न्स की अधिक जानकारी नहीं रखते तो हम आपको बता दे की 6 सबसे मुख्य बुलिश पैटर्न इस प्रकार है:
1. Hammer candlestick candlestick
हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न लॉन्ग लोअर वीक के साथ शॉर्ट बॉडी के साथ फॉर्म होता है जो किसी भी डाउनट्रेंड के बॉटम में पाया जाता है। एक हैमर बुलिश पैटर्न यह दर्शाता है की दिन के दौरान भले ही सेलिंग प्रेशर था परंतु अब एक स्ट्रॉंग बाइंग प्रेशर कीमत को वापस ला रहा है। बॉडी का कलर अलग हो सकता है लेकिन रेड के मुकाबले ग्रीन हेमर्स स्ट्रॉंग बुल मार्केट की तरफ इशारा करते है।
2. Inverted hammer candlestick
एक मिलता जुलता बुलिश पैटर्न होता है इन्वर्स हैमर जिसमें मात्र एक अंतर याह होता है की इसमें अपर विक लंबी होती है जबकि लोअर विक होती है। यह बाइंग प्रेशर को इन्डकैट करता है जो एक ऐसे सेलिंग प्रेशर के बाद आता है जो मार्केट प्राइस डाउन करने के लिए पर्याप्त मजबूत नहीं होता। इन्वर्स हैमर यह दर्शाता है की बायर्स के पास जल्द ही मार्केट का कंट्रोल होगा।
3. Bullish engulfing candlestick
बुलिश इनगलफिंग फॉर्म होता है दो कैंडलेस्टि्क्स से जिसमें पहली कैन्डल एक शॉर्ट रेड बॉडी होती है जो एक बड़ी ग्रीन बॉडी से इनगल्फ होती है। हालांकि दूसरे दिन कीमत पहले दिन की तुलना में कम खुली, लेकिन तेजी वाले बाजार ने कीमत को ऊपर धकेल दिया, यानि की बायर्स को एक साफ स्पष्ट और अच्छा मुनाफा हुआ।
4. Piercing line candlestick
पीर्सिंग लाइन भी एक दो कैंडलेस्टिक का पैटर्न होता है जिसमें एक लांग रेड कैंडल लॉन्ग ग्रीन कैंडल को फॉलो करती है। इस पैटर्न में एक अच्छा खासा गैप होता है फर्स्ट रेड कैंडलेस्टिक की क्लोजिंग प्राइस और ग्रीन कैंडलेस्टिक की ओपन प्राइस में। यह पैटर्न एक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाता है क्योंकि प्राइस पिछले दिन के मिड प्राइस या उससे ऊपर जाती है जो ट्रेडर्स के लिए एक अच्छे अपॉर्चुनिटी लाती है।
5. Morning star candlestick
मॉर्निंग स्टार कैंडलेस्टिक पैटर्न ब्लीक मार्केट डाउन ट्रेंड में एक आशा का संकेत माना जाता है जिसमें एक शॉर्ट बॉडी, एक लॉन्ग ग्रीन और एक लॉन्ग रेड कैंडल होती है। परंपरागत रूप से, ‘स्टार’ का लॉन्ग बॉडी के साथ कोई ओवरलैप नहीं होगा, क्योंकि मार्केट ओपन और क्लोज़ होने दोनों पर गैप करता है। यह बताता है की पहले दिन का सेलिंग प्रेशर कम हो रहा है और बुल मार्केट होरीजन पर है।
6. Three inside up candlestick
थ्री वाइल सोल्जर पैटर्न 3 दिन में सामने आता है जिसमें कॉनसिकुतिवे लॉन्ग ग्रीन कैंडल्स होती है स्मॉल विक्स के साथ, जो पिछले दिन के मुकाबले प्रोग्रेसीवली हायर क्लोज़ होती है। यह स्ट्रांग सिग्नल देता है जो एक डाउन ट्रेंड के बाद आता है और बाइंग प्रेशर में होने वाली लगातार वृद्धि को बताता है।
6 सबसे मुख्य बेयरिश कैंडिस्टिक पैटर्न
बेयरिश कैंडलेस्टिक पेटर्न सामान्य तौर पर एक अपट्रेंड के बाद फॉर्म होता है और एक रजिस्टेंस पॉइंट का सिग्नल देता है। मार्केट प्राइस में होने वाले हैवी पैसिमिस्म जो ट्रेडर्स को अपनी लॉन्ग पोजीशन को क्लोज करने और शार्ट पोजीशन को ओपन करके गिरती हुई प्रिंस का लाभ लेने का संकेत देता है। अगर आप बेयरिश पटटर्न्स के बारे में अधिक नहीं जानते तो जानकारी के लिए बता दे की ‘6 सबसे मुख्य बेयरिश कैंडिस्टिक पैटर्न’ कुछ इस तरह है:
1. Hanging man candlestick
हैंगिंग मैन एक बेयरिश इक्विवेलेंट होता है हैमर का, जिसमें बिल्कुल उसी की तरह शैप होती है लेकिन यह अपट्रेन्ड के एंड में शैप होता है। यह दर्शाता है कि दिन के दौरान एक अच्छी खासी सेल रही बायर्स वापस से प्राइज ऊपर लाने में कामयाब रहे, लार्ज सेल ऑफ इस बात का इन्डिकेशन होता है की बुल्स बाजार का कंट्रोल खो रहे है।
2. Shooting star candlestick
शूटिंग स्टार इनवर्टेड हमर जैसे शॉप का ही होता है परंतु यह एक अप ट्रेड में फॉर्म होता है जिसमें स्मॉल बॉडी और लॉन्ग अपर विक होती है। इसमें आमतौर पर, मार्केट खुलने पर थोड़ा ऊपर चढ़ता है और खुलने के समय से थोड़ा ऊपर क्लोज़ होने से पहले इंट्रा-डे हाई तक पहुंचता है – जैसे कोई सितारा जमीन पर गिर रहा हो।
3. Bearish engulfing candlestick
किसी अपट्रेन्ड के एंड में बेयरिश इनगलफिंग पैटर्न आता है जिसमें पहली कैन्ड में एक स्मॉल ग्रीन बॉडी होती है जो बाद में आने वाली रेड कैन्डल के द्वारा इंगल्फ हो जाती है। यह किसी प्राइस मूवमेंट के पिक और स्लो डाउन को दर्शाता है और इंपैंडिंग मार्केट डाउनटर्न का संकेत होता है। जितनी नीचे सेकंड कैंडल जाती है, ट्रेंड इतना सिग्निफिकेंट बन जाता है।
4. Evening star candlestick
इवनिंग स्टार एक थ्री कैंडलेस्टिक पेटर्न होता है जो इक्वैलेंट होता है बुलिश मॉर्निंग स्टार के, याह एक शॉर्ट कैन्डल सैम्विच से फॉर्म होता है लॉन्ग ग्रीन कैन्डल और लार्ज रेड कैन्डलस्टिक के बीच। यह एक अपट्रेंड के रिवर्सल को इन्डकैट करता हैं और विशेष रूप से स्ट्रॉंग होता है जब थर्ड कैंडलिस्टिक फर्स्ट कैंडस के गेन्स को इरेज कर देता है।
5. Three black crows candlestick
थ्री ब्लैक क्रौस कैंडलेस्टिक पेटर्न तीन लगातार कंसेक्युटिव लॉन्ग रेड कैंडल शॉर्ट ओर नों एक्जिस्टेंट विक्स के साथ होता है। हर सेशन पिछले दिन की कीमत पर ही ओपन होता है परंतु सेलिंग प्रेशर प्राइस को नीचे पुश करता है हर क्लोज़ के साथ। ट्रेडर्स इस पैटर्न को डाउनट्रेंड की शुरुआत के रूप में इन्टर्प्रिट करते हैं, क्योंकि सेलर्स ने लगातार तीन कारोबारी दिनों के दौरान बायर्स को पीछे छोड़ दिया है।
6. Dark cloud cover candlestick
डार्क क्लाउड ओवर कैंडलेस्टिक पेटर्न दर्शाता है एक बेयरिश रिवर्सल को – पिछले दिन के ऑप्टिमाइज्म पर एक ब्लैक क्लाउड। इसमें सामान्य तौर पर दो कैंडलेस्टिक शामिल होते हैं जिसमें एक रेड कैंडल जो ग्रीन कैंडल के ऊपर खुलती है और उसके मध्य बिंदु में बंद होती है। यह दर्शाता है कि बीयर्स ने सेशन को टेकओवर कर लिया है जो प्राइस को लो पुश कर रहा है। अगर कैंडस के विक शॉर्ट है तो डाउनट्रेंड काफी डिसाइसिव था।
4 सबसे मुख्य कंटीन्यूशन कैंडिस्टिक पैटर्न
अगर कैंडलेस्टिक पेटर्न मार्केट में कोई भी चेंज इंडिकेट नहीं करता तो समझ जाइए की बाजार में कंटीन्यूअस पैटर्न है। यह ट्रेडर्स के लिए मार्केट में आराम की अवधि होती है जब मार्केट किसी के भी काबू में नहीं रहता। इसमें इन डिसीजन और न्यूट्रल प्राइस मूवमेंट होती है। अगर आप कंटीन्यूअस कैंडिस्टिक पैटर्न के बारे में अधिक नहीं जानते तो जानकारी के लिए बता दे की ‘4 सबसे मुख्य कंटीन्यूशन कैंडिस्टिक पैटर्न’ कुछ इस प्रकार है:
1. Doji candlestick
जब मार्केट का ओपन और क्लोज़ लगभग एक ही पॉइंट पर होता है, तो कैंडलस्टिक एक क्रॉस या प्लस साइन जैसा दिखता है जो ट्रेडर्स को अलग-अलग लेंथ की विक्स के साथ एक छोटी या नॉन-एग्ज़िस्टन्ट बॉडी की तलाश करनी चाहिए। यह पैटर बायर्स और सेलर्स दोनों के लिए ही स्ट्रगल होता है जिसमें दोनों तरफ कोई प्रॉफ़िट नहीं बनता।
2. Spinning top candlestick
स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न में बराबर लेंथ की विक के बीच एक शॉर्ट बाड होता है। यह पैटर्न बाजार में इनडीसीजन को दर्शाता है, जिसके परिणामस्वरूप प्राइस में कोई सिग्निफिकेन्ट चेंज नहीं होता: बुल्स ने प्राइस को ऊपर भेजा, जबकि बियर्स ने इसे फिर से नीचे गिर दिया दिया।
3. Falling three methods candlestick
यह एक लॉन्ग रेड बॉडी से बनता है, उसके बाद तीन शॉर्ट ग्रीन बॉडी और एक और रेड बॉडी होती है – ग्रीन कैंडल्स सभी बेयरीश बॉडी की लिमिट के अंदर होती हैं। यह ट्रेडर्स को दिखाता है कि बुल्स के पास ट्रेंड को उलटने के लिए पर्याप्त ताकत नहीं है।
4. Rising three methods candlestick
इसमें दो लॉन्ग ग्रीन के बीच तीन शॉर्ट रेड सेंडविचड होते हैं। यह पैटर्न ट्रेडर्स को दिखाता है कि कुछ सेल प्रहर के बावजूद, बायर्स मार्केट पर कंट्रोल बनाए हुए हैं। ट्रू बुलिश पैटर्न का अपोजीट राइजिंग थ्री मेथड कहलाता है।
निष्कर्ष!
Stock Market में कम समय में अधिक पैसे कमाने के लिए Trading करते है जिसमे सारा खेल अपॉर्चुनिटी का होता है क्योंकि सही अपॉर्चुनिटी हाथ लग गई तो समझो पैसा बन गया। सही अपॉर्चुनिटी को पकड़ने के लिए पेटर्न्स की जानकारी होना जरूरी होता है जिसमें खासकर कैंडलेस्टिक