BSNL ने लॉन्च की भारत की पहली Satellite-to-Device सर्विस, अब नेटवर्क के बिना भी होगी कॉलिंग

BSNL ने लॉन्च की भारत की पहली Satellite-to-Device सर्विस, अब नेटवर्क के बिना भी होगी कॉलिंग

Bharat Sanchar Nigam Limited (BSNL) ने भारत में पहली “Satellite-to-Device” सर्विस शुरू की है, जो देश के सबसे दूरदराज इलाकों में भी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी. बुधवार को दूरसंचार विभाग (DoT) ने इसकी घोषणा की और बताया कि यह सर्विस अमेरिकी कंपनी Viasat के कॉलेबरेशन से शुरू की गई है. इस नई टेक्नोलॉजी का उद्देश्य ऐसे क्षेत्रों में कनेक्टिविटी प्रदान करना है, जहां सामान्य मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंचता.

बीएसएनएल ने किया कमाल

 

आपको बता दें कि आज भी भारत में ऐसे कई इलाके हैं, जहां जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया समेत किसी भी टेलीकॉम कंपनी का नेटवर्क नहीं पहुंच पाता, जिसके कारण वहां रहने वाले लोग टेलीकॉम कनेक्शन का फायदा नहीं उठा पाते. ऐसा खासतौर पर पहाड़ी और जंगली इलाकों में ज्यादा होता है. लोगों की इस परेशानी को दूर करने के लिए बीएसएनएल ने भारत में पहली बार सैटेलाइट-टू-डिवाइस सर्विस की शुरुआत की है, जिसके जरिए लोग बिना फोन नेटवर्क के भी टेलीकॉम कनेक्टिविटी का इस्तेमाल कर पाएंगे.

 

इस सर्विस को सबसे पहले इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2024) में पेश किया गया था. इसे भारत में डिजिटल विभाजन को कम करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है. BSNL के अनुसार, “Satellite-to-Device” सर्विस का परीक्षण पूरा हो चुका है, और यह विभिन्न प्रकार के चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में भी स्टेबल कनेक्शन देने में सक्षम है.

 

DoT ने X (पहले ट्विटर) पर इसकी घोषणा करते हुए कहा कि, “BSNL का यह नया कदम भारत में सैटेलाइट कम्युनिकेशन को आम जनता के लिए आसान और सुलभ बनाएगा.” हाल ही में कुछ मोबाइल ब्रांड्स ने इमरजेंसी स्थिति में सैटेलाइट कनेक्टिविटी देने वाले फीचर्स लॉन्च किए थे, लेकिन वे सिर्फ आपातकालीन सर्विसओं (Emergency Services) के लिए सीमित हैं. BSNL की इस सर्विस से अब आम नागरिक भी दूर-दराज इलाकों में जुड़ सकते हैं.

 

UPI पेमेंट भी कर पाएंगे लोग

 

BSNL का यह सैटेलाइट नेटवर्क यूजर्स को इमरजेंसी कॉल्स, SOS मैसेज और यहां तक कि UPI पेमेंट्स में भी मदद करेगा. हालांकि, कंपनी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि क्या यह सुविधा सामान्य कॉल्स और SMS के लिए उपलब्ध होगी.

 

BSNL की पार्टनर कंपनी Viasat ने बताया कि यह सर्विस पृथ्वी से 36,000 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित जियोस्टेशनरी L-बैंड सैटेलाइट्स के जरिए संभव हो रही है. IMC 2024 के दौरान, Viasat ने इस टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन करते हुए टू-वे कम्युनिकेशन की क्षमता भी दिखाई थी.

 

हालांकि, लॉन्च के साथ बढ़ती उत्सुकता के बावजूद, BSNL ने अब तक यह नहीं बताया कि ग्राहक इस सर्विस का उपयोग कैसे कर पाएंगे. अभी तक इस बात का भी पता नहीं चला है कि बीएसएनएल के मौजूदा यूजर्स को यह सर्विस मौजूदा प्लान में मिलेगी या अतिरिक्त शुल्क लगेगा. उम्मीद है कि बीएसएनएल के इस सर्विस की विस्तृत जानकारी जल्द ही उपलब्ध करा दी जाएगी.